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बजरंग बली, अली के बाप हैं विवाद: धीरेंद्र शास्त्री पर FIR दर्ज कराने की मुहिम

मुस्लिम नाउ ब्यूरो, नई दिल्ली

भारत की परंपरा रही है. धार्मिक सम्मेलनों में धार्मिक विद्वान किसी अन्य धर्म की आलोचना नहीं करते, न ही इस बारे में अपशब्द निकालते हैं. मगर इस मामले में पंडित धीरेंद्र शात्री थोड़ा अलग हैं, जिसका नतीजा है कि उनके एक बयान को लेकर देशभर में एफआईआर दर्ज कराने की मुहिम छिड़ी हुई है और थाने तक उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए शिकायतें पहुंचने का क्रम चल पड़ा है.

इस क्रम में पहली शिकायत लखनऊ थाने में शिया मौलाना सैफ अब्बास ने की. साथ ही सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट से पंडित धीरेंद्र शात्री के ‘भड़काउ’ बयान के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की अपील की जा रही है.

पूरा मामला यह है कि किसी धार्मिक सम्मेलन मंे बड़बोले कथावाचक पंडित धीरेंद्र शात्री किसी मसले पर बोल गए कि ’‘दुनिया को पता चले कि अपने बजरंग बली अली के बाप हैं.‘‘

बाद में उन्होंने इस पर माफी मांगते हुए जो बातें कहीं, यदि वह प्रवचन में नहीं कहते तो शायद बच जाते. उन्हांेने अपने प्रवचन में आगे कहा-‘‘सौ की सीधी बात. हमारा तो साफ कहना है, जो ये चादर चढ़ाने हिंदू जाते हैं, जो हलीउल्ला के चक्कर में पड़ते हैं, अरे वो तो….अब हम क्या कह दें. हलुआ नहीं हैं. हम अभिमान में नहीं, हम हनुमान जी के चरणों के स्वाभिमान में कह रहे हैं, दुनिया के किसी मजहब का धर्म गुरू हलीउलाह वाला हमारा सामना कर दे, पैंट गीली न कर दें तो कहना.’’

अपने इस बयान पर जब बवाल बढ़ने लगा तो धीरेंद्र शात्री ने माफी मांगने वाला एक वीडियो जारी कर दिया.

उन्होंने कहा कि उनके किसी भक्त पर अली नाम का जिन आया हुआ था, इसलिए उन्होंने ऐसा कहा दिया. अपने पुराने बयान के संदर्भ मंे सफाई देते हुए कहा-‘‘मेरी इस बात को मौला अली से जोड़ दिया, जो सरा सर षड़यंत्र है.दुष्प्रचार है. हम कभी भी किसी मजहब के भगवान , किसी भी धर्म गुरू के खिलाफ बिल्कुल भी नहीं हैं. हमारे मन में सबके प्रति श्रद्धा है. सबके प्रति सम्मान है. मौला अली के बारे में जितना पढ़ा, समझा, वो अहिंसा के पुजारी हैं. इस वीडियो को मौला अली से जोड़ा. जो झूठा दुष्प्रचार है. इसके लिए यदि किसी को दुख पहुंचा हमें खेद है. हमारी भी भावनाएं दुखित हैं. मुझे भी दुख हुआ इस प्रकार से नहीं जोड़ चाहिए. उनके भगवान भी इनके लिए सर्वोपरी हैं. इसमें कोई संदेह नहीं. इसके लिए अगर किसी को ऐसा लगता है तो हम इसके लिए क्षमा प्रार्थी हैं.’’

इसके आगे के बयान में उन्होंने जिन वाली कहानी सुनाई. इनकी माफी और कथा वाले वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं.इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पहुंचे, लखनउ थाने के बाहर मीडिया से बात करते हुए मौलाना सैफ अब्बास ने कहा है कि पंडित धीरेंद्र शात्री के दोनों बयान में समानता नहीं है.

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इधर, पंडित धीरेंद्र शात्री के बयान को लेकर मुसलमानों के एक वर्ग में गुस्सा बढ़ रहा है. उनके खिलाफ देशभर में मुकदमे दर्ज कराने की अपील की जा रही है. इस संदर्भ में मुंबई के मौलाना सलमान अजहरी की घटना का हवाला दिया जा रहा है. कैसे उन्हें मंच से मात्र एक शेर पढ़ने पर गुजरात के जेल में डाल दिया गया है.

एक थाने से जमानत पर जेल से निकलते हैं तो तुरंत दूसरे थाने में मुकदमा दर्ज कर दूसरे जेल में डाल दिया जाता है. इस तरह वह पिछले दो महीने से अधिक समय से गुजरात के एक जेल से दूसरे जेल में घूम रहे हैं. पंडित धीरेंद्र शास्त्री के बयान की आलोचना करने वाले मौलाना सलमान अजहरी जैसा बर्ताव चाहते हैं. जब कानून सबके लिए बराबर है तो पंडित धीरेंद्र शात्री को क्यो बख्शा जाए ?
 
बहरहाल, पंडित धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ मुहिम चलाने का नजीता है कि अभी वे सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं.एक्स पर मिस्टर कूल ने लिखा है-लखनऊ . धिरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के भड़काऊ बयान के विरोध में आए मुस्लिम धर्मगुरु .
भड़काऊ बयान को लेकर मौलाना सैफ अब्बास पहुंचें चौक कोतवाली.इंस्पेक्टर चौक को दिया शास्त्री के खिलाफ शिकायत पत्र .धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ मौलाना सैफ अब्बास ने एफआईआर  दर्ज करने की मांग की .

इसी तरह खालिद एक्स पर एक वीडियो शेयर करते हुए लिखते हैं-लखनऊ बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री पर चौक कोतवाली में मुकदमा लिखवाने पहुंचे मौलाना सैफ अब्बास .धीरेंद्र शास्त्री के माफी वाले बयान से सहमत नहीं सैफ अब्बास .मुकदमा नहीं लिखा गया तो कोर्ट का रुख करेंगे . देशभर में धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ एफआईआर  कराने की अपील .

عافیہ انجم एक्स पर लिखती हैं, मुफ्ती सलमान अजहरी ने किसी का नाम नहीं लिया था फिर भी गिरफ्तारी हुई है .और सारी अदालतों ने सलमान अजहरी साहब को बड़ी कर दी गई है . लेकिन उनकी गुनाह यह कि व मुसलमान है .और इस पाखंडी बाबा नहीं भंगारी बागेश्वर धाम ने हमारे हज़रत मौला अली की शान में गुस्ताखी की तो .अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं . भारत कि कानून क्या समझा जाए गा .आखिर ये दोगलापन कब तक चलेगा !

इसपर पत्रकार असलम त्यागी की एक्स पर प्रतिक्रिया है-बीजेपी  सरकार के संरक्षण में पलने वाला यह ज़मूर . हमारे आराध्य हज़रत अली पर अमर्यादित टिप्पणी कर रहा है . यह टिप्पणी इतना अमर्यादित है कि समाज का सौहार्द बिगाड़ सकती है . और इस विवादित एंव भड़काऊ बयानबाज़ को कब जेल में डाल रही है .

नूराह ने लिखा है- नीच बागेश्वर बाबा धीरेंद्र हमारे मौला हजरत अली के बारे में गलत बोल रहा है .सभी जाग उठे और इस पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करवाए रिपोस्ट करके लिखे .