Religion

हज 2025: सऊदी महिलाओं ने मोरक्को में मक्का रूट को बनाया इंसानियत और सेवा का पुल

मुस्लिम नाउ ब्यूरो,कासाब्लांका, मोरक्को

— सऊदी अरब की “मक्का रूट पहल” (Makkah Route Initiative) अब न केवल तीर्थयात्रियों के लिए एक सुगम हज यात्रा का प्रतीक बन गई है, बल्कि यह सऊदी महिलाओं के नेतृत्व और समर्पण की एक अनोखी मिसाल भी बन रही है। विशेष रूप से मोरक्को में मोहम्मद V अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर, सऊदी गृह मंत्रालय से जुड़ी महिला अधिकारी इस पहल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।

इन महिलाओं की सक्रिय भागीदारी ने न केवल तीर्थयात्रियों की यात्रा को सुविधाजनक बनाया है, बल्कि “विजन 2030” के तहत सऊदी महिलाओं की सामाजिक भूमिका में आए ऐतिहासिक परिवर्तन को भी स्पष्ट रूप से रेखांकित किया है।


सऊदी महिला पेशेवर: तीर्थ सेवा में नया अध्याय

गृह मंत्रालय की जनरल डाइरेक्टरेट ऑफ पासपोर्ट्स की महिला अधिकारियों ने बताया कि यह न केवल उनके लिए एक विशिष्ट पेशेवर अनुभव है, बल्कि मानव सेवा की भावना से भरा एक प्रेरक कार्य भी है। हज यात्रियों के वीज़ा, पासपोर्ट प्रक्रिया, और सामान के वर्गीकरण से लेकर अंतिम विदाई तक के हर चरण में वे सक्रिय भूमिका निभा रही हैं।

इन अधिकारियों का कहना है कि तीर्थयात्रियों के साथ मानवीय जुड़ाव — चाहे वह वरिष्ठ नागरिकों को सहायता देना हो या किसी परिवार को सही जानकारी प्रदान करना — उन्हें गहराई से छूता है। यह कार्य सऊदी संस्कृति में मेहमाननवाज़ी और सेवा की भावना का जीवंत उदाहरण है।


मक्का रूट पहल: एक सम्पूर्ण समाधान

“मक्का रूट पहल” सऊदी अरब के विजन 2030 के तहत ‘Pilgrim Experience Program’ का एक प्रमुख स्तंभ है। इसका उद्देश्य हज यात्रियों को उनके देश से लेकर मक्का-मदीना तक एक सुविधाजनक और सम्मानजनक अनुभव प्रदान करना है।

इस पहल के तहत:

  • ई-विज़ा जारी किया जाता है
  • पासपोर्ट प्रक्रिया देश में ही पूरी हो जाती है
  • सामान को गंतव्य के अनुसार कोड और वर्गीकृत किया जाता है
  • सउदी अरब पहुंचने पर तीर्थयात्री सीधे बसों द्वारा अपने ठहराव स्थानों तक भेजे जाते हैं
  • उनके सामान को संबंधित आवासों तक पहुंचाया जाता है, जिससे उन्हें किसी असुविधा का सामना न करना पड़े

मोरक्को में सहयोग और सेवा की अनूठी भावना

मोहम्मद V हवाई अड्डे पर सऊदी टीम की उपस्थिति, विशेष रूप से महिला अधिकारियों की सक्रिय भागीदारी, एक अंतरराष्ट्रीय सहयोग और इस्लामी एकता का प्रतीक बन गई है। यह पहल दिखाती है कि सऊदी अरब न केवल अपने नागरिकों की भूमिका को सशक्त कर रहा है, बल्कि वैश्विक इस्लामी समुदाय के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को भी पूरी संवेदनशीलता से निभा रहा है।

टीम की एक अधिकारी ने कहा, “हमें गर्व है कि हम हज जैसे पवित्र कार्य से जुड़कर उन लाखों दिलों की दुआओं का हिस्सा बन रहे हैं, जो अल्लाह के घर की यात्रा पर निकलते हैं। इस पहल में हमारी भागीदारी एक प्रेरणा है – न केवल हमारे लिए, बल्कि उन सभी महिलाओं के लिए जो इस्लामी सेवाओं में सक्रिय भूमिका निभाना चाहती हैं।”


अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सऊदी महिला शक्ति की पहचान

यह पहल केवल तीर्थयात्रियों की सुविधा तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दुनिया के सामने यह संदेश भी देती है कि सऊदी महिलाएं अब सीमित दायरों को लांघकर, नेतृत्व, सेवा और संवेदनशील ज़िम्मेदारियों में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं।

यह एक ऐसा मोड़ है जहाँ रूपांतरण, सेवा और आध्यात्मिकता एक साथ चल रही हैं — और सऊदी महिलाओं की दृढ़ता इस पवित्र सफर का मजबूत स्तंभ बन चुकी है।


निष्कर्ष:

मक्का रूट पहल, अब केवल एक प्रशासनिक प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि एक सजीव, सेवाभाव और समर्पण से परिपूर्ण आंदोलन है, जो हज यात्रा को आसान, सम्मानजनक और आध्यात्मिक रूप से संतुलित बनाता है। और इस आंदोलन में, सऊदी महिलाएं अब अग्रिम पंक्ति की प्रतिनिधि बनकर उभरी हैं।